ब्लैक फंगस (Black Fungus) यानि म्यूकोर्मिकोसिस (Mucormycosis) कोरोना वायरस संक्रमण के बीच भारत में एक नई बीमारी के रूप में लोगों को डरा रहा है और जिस पर एक्सपर्ट्स सबसे ज्यादा बात कर रहे हैं, दिल्ली, पंजाब, मध्य प्रदेश, बिहार और हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में इसका प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है जिसके चलते कई लोगो की मौत और समय से इलाज न मिल पाने के कारण आखों को तक को निकला जा चुका है| इस खरतनाक बीमारी से बचने के लिए हमें इसके बारे में मालूम होना बहुत जरूरी है, जो हम यहाँ जानेंगे…
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ब्लैक फंगस क्या है?
US centers for disease control and prevention (cdc) के अनुसार ब्लैक फंगस (Mucormycosis) एक दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है जो Micromycetes (Moulds) के एक ग्रुप के कारण होता है और यह उन लोगो को प्रभावित करता है जिन्हें पहले से स्वास्थ्य समस्याएं हैं या वे कुछ ऐसी दवाएं लेते हैं जिनसे रोग प्रतिरोधक छमता कम होती हो।
इसलिए कोरोना के मरीज और इस बीमारी से ठीक हो चुके लोगों में ब्लैक फंगस (Black Fungus) का असर सबसे ज्यादा देखा जा रहा है।
यह फंगस शरीर में कहीं भी हो सकता है लेकिन इन्फेक्शन को संभव बनाने के लिए इसे एक विशेष एनवायरमेंट की जरूरत होती है जो सामान्यतः नाक ,साइनस ,आंखों में या दिमाग में पाया जाता है इसलिए यह अधिकतर शरीर के इन्ही पार्ट्स में होता है।
ब्लैक फंगस किन लोगो को होता है?
ब्लैक फंगस (Mucormycosis) दुर्लभ है लेकिन उन लोगों में ज्यादा होता है जिन्हें पहले से स्वास्थ्य समस्याएं हैं या वे लोग जो कुछ ऐसी दवाओं का उपयोग करते हैं जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक छमता कमजोर हो जाती है, इन में कोरोना, कैंसर, डायबिटीज के मरीज, समय से पहले जन्म देने वाली माएँ, इंजेक्शन से दवा का प्रयोग करने वाले लोग और सर्जरी,अंग प्रत्यारोपण करा चुके लोग शामिल हैं।
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ब्लैक फंगस के लक्षण
ब्लैक फंगस (Mucormycosis) के लक्षण शरीर के किस भाग में ब्लैक फंगस है इस बात पर निर्भर करते हैं जो की ज्यादातर हमारे चेहरे पर होता है और इसके लक्षण कुछ इस तरह हैं..
- एक तरफा चेहरे पर सूजन
- सरदर्द
- नाक बहना
- बुखार
- खांसी
- सीने में दर्द
- सांस लेने में तकलीफ
ब्लैक फंगस से बचने के उपाय
ब्लैक फंगस से बचने के लिए जरूरी है स्टेरॉयड (Steroids) उपयोग कम से कम करें, डायबिटीज को कंट्रोल करें, Immunity System को प्रभावित करने वाली दवाओं के इस्तेमाल से बचें, और समय रहते डॉक्टर की सलाह लें, यानी खून में ग्लूकोज की अधिक मात्रा को कंट्रोल करने की कोशिश करें, अपने मन से किसी एंटीबायोटिक या एंटी फंगल दवाइ का सेवन न करें।
ब्लैक फंगस (Mucormycosis) से बचने के इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ICMR एक एडवाइजरी जारी की है जिसमे कहा गया है अगर कोविड मरीजों में इसका इलाज नहीं किया गया तो यह बहुत घातक हो सकता है, और कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देने को कहा गया है जो आप इनके ऑफिसियल ट्विटर पेज पर जा कर देख सकते हैं।
ब्लैक फंगस का इलाज
ब्लैक फंगस एक गंभीर संक्रमण है लेकिन समय रहते इसका इलाज बड़े खतरे से बचा सकता है, इस बीमारी में डॉक्टर Fluconazole, voriconazole, और Echinocandins सहित अन्य दवाओं को लेने की सलाह देते हैं, इस बीमारी में समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना बहुत जरूरी है अन्यथा थोड़ी सी असावधानी के चलते किसी भी संक्रमित भाग को काटने के लिए सर्जरी करनी पड़ सकती है एवं जान जाने का खतरा भी है।
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित है, किसी भी उपाय को करने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें. healthconscious.com इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.